तंजानिया में लगभग 11.6 लाख लोग आंशिक बधिरांधता के साथ जीवन व्यतीत कर रहे हैं, जबकि लगभग 1.15 लाख लोग गंभीर बधिरांधता से प्रभावित हैं।*
*वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ डेफब्लाइंड (WFDB), 2018: “CRPD एवं SDG कार्यान्वयन से बहिष्करण का जोखिम: असमानता एवं बधिरांधजन”।
तंज़ानिया में विकलांगजन समाज के सबसे गरीब और सबसे अधिक उपेक्षित समूहों में शामिल हैं। अब तक बधिरांधता को एक स्वतंत्र विकलांगता के रूप में मान्यता नहीं मिली है, जिससे उनकी विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप सेवाएँ और सहयोग प्राप्त करना और भी अधिक कठिन हो जाता है।
विकलांगजन अधिनियम, 2010 विकलांग व्यक्तियों के लिए स्वास्थ्य सेवा, सामाजिक सहायता, सुगम्यता, पुनर्वास, शिक्षा और व्यावसायिक प्रशिक्षण, संप्रेषण, रोजगार की सुरक्षा एवं संवर्धन, और उनके मौलिक अधिकारों की रक्षा के प्रावधान करता है।
बधिरांध व्यक्ति, चाहे उनकी अक्षमता जन्मजात हो या बाद में उत्पन्न हुई हो, प्रासंगिक जानकारी, समाचार, बातचीत, खेलकूद, दैनिक जीवन की क्रियाओं एवं सामाजिक सहभागिता तक पहुँच बनाने में कठिनाई का अनुभव करते हैं। यद्यपि जन्मजात एवं अधिग्रहित बधिरांधता से प्रभावित व्यक्तियों के अनुभवों में कुछ भिन्नता हो सकती है, लेकिन वे प्रायः व्यक्तिगत सहयोग तक पहुँच की समान चुनौतियों का सामना करते हैं।
प्रौद्योगिकी तक पहुँच बधिरांध लोगों के लिए एक परिवर्तनकारी भूमिका निभा सकती है, क्योंकि यह उन्हें जानकारी प्राप्त करने, बातचीत करने और दैनिक जीवन में सक्रिय रूप से भाग लेने के नए रास्ते प्रदान करती है। ये संसाधन बधिरांध लोगों और उनके सहायक व्यक्तियों को जीवन जीने, सीखने और आगे बढ़ने में समर्थ बनाएंगे।