यह पृष्ठ आपको बताता है कि बधिरांधता क्या होती है। इसमें बधिरांधता के विभिन्न प्रकारों, नवजात शिशुओं और वयस्कों में इसके कारणों, निदान, इसके लक्षणों, मूल कारणों के उपचार और स्थिति के प्रबंधन की जानकारी दी गई है।
इस पृष्ठ पर:
- बधिरांधता क्या है?
- बधिरांधता किसे प्रभावित करती है?
- बधिरांधता के प्रकार
- बधिरांधता के अन्य नाम
- बधिरांधता का क्या कारण है?
- बधिरांधता के लक्षणों को पहचानना
बधिरांधता क्या है?
बधिरांधता अपने आप में एक विशिष्ट विकलांगता है, लेकिन अभी भी सभी देशों में इसे इस रूप में मान्यता नहीं मिली है।
इसका अर्थ है कि आपकी देखने और बोलने दोनों की क्षमता में कमी का होना, जिससे आपका दैनिक जीवन प्रभावित होता है। जानकारी तक पहुंचना, लोगों से बातचीत करना और अकेले आना-जाना काफी कठिन हो सकता है।
बधिरांध होने का यह मतलब नहीं है कि आप पूरी तरह से सुन पाने में और/या पूरी तरह से देख पाने में असमर्थ हैं। अधिकांश बधिरांध लोगों में कुछ न कुछ देखने और सुनने की क्षमता बनी रहती है।
यदि आपकी देखने और सुनने की क्षमता कम भी हो, तब भी दोनों का एक साथ असर होने के कारण आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
विश्व बधिरांध संघ के अनुसार, बधिरांधता देखने और सुनने की ऐसी संयुक्त असमर्थता है, जो इतनी गंभीर होती है कि प्रभावित इंद्रियाँ एक-दूसरे की क्षतिपूर्ति नहीं कर पातीं। इसलिए, बधिरांधता एक विशिष्ट विकलांगता मानी जाती है। हालांकि, इसकी कानूनी परिभाषा देश-दर-देश भिन्न हो सकती है।
बाधिरांधता किसे प्रभावित करती है?
बधिरांधता सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित करती है, जिनमें बच्चे और युवा भी शामिल हैं।
यह वृद्ध लोगों में अधिक सामान्य है, क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ हमारी देखने और सुनने की क्षमता स्वाभाविक रूप से कमजोर होने लगती है।
अनुसंधान से पता चला है कि विश्व की लगभग 0.2% आबादी गंभीर बधिरांधता से पीड़ित है। इसके अतिरिक्त, विश्वभर में लगभग 2% लोग बधिरांधता से आंशिक रूप से प्रभावित हैं।*
इसका अर्थ है कि लगभग 160 मिलियन (16 करोड़) लोग बधिरांधता से प्रभावित हैं।
*विश्व बधिरांध महासंघ (2023) की बधिरांध व्यक्तियों की स्थिति पर दूसरी वैश्विक रिपोर्ट — बधिरांध व्यक्तियों के समावेशन हेतु सर्वोत्तम प्रथाएं और अनुशंसाएं, मार्च 2023
बाधिरांधता के प्रकार
बधिरांधता के दो मुख्य प्रकार होते हैं।
जन्मजात बधिरांधता
जन्मजात बधिरांधता का अर्थ है कि व्यक्ति जन्म से ही देखने और सुन पाने की असमर्थता के साथ पैदा होता है, या यह जीवन के पहले दो वर्षों में स्पष्ट हो जाती है।
यह गर्भावस्था के दौरान संक्रमण, समय से पहले जन्म, जन्म के समय हुए आघात (शारीरिक चोट) या दुर्लभ आनुवंशिक स्थितियों (ऐसी स्थितियाँ जो माता-पिता से विरासत में मिलती हैं) के कारण हो सकती है।
अधिग्रहित बधिरांधता
अधिग्रहित बधिरांधता का अर्थ है कि जीवन में आगे चलकर देखने और सुनने की क्षमता में कमी होना। कोई भी व्यक्ति बीमारी, दुर्घटना या उम्र बढ़ने के कारण कभी भी बधिरांधता से प्रभावित हो सकता है।
कुछ मामलों में, व्यक्ति केवल सुनने या केवल देख पाने की असमर्थता के साथ जन्म ले सकता है, लेकिन जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, अन्य इंद्रियों में भी परिवर्तन या समस्या पैदा हो सकती है।
बधिरांधता के अन्य नाम
बधिरांधता को अन्य नामों से भी जाना जाता है:
- दोहरी संवेदी अक्षमता।
- बहु-संवेदी अक्षमता।
कई लोग इन शब्दों का प्रयोग बधिरांधता के समान अर्थ में करते हैं।
कुछ लोग “बधिरांधता” शब्द का उपयोग तब करते हैं जब देखने और सुनने की असमर्थता अधिक गंभीर होती है।
अन्य लोग “दोहरी संवेदी अक्षमता” शब्द को प्राथमिकता देते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि यह अधिक सटीक रूप से यह दर्शाता है कि बधिरांध व्यक्ति क्या महसूस करता है।
कुछ लोग “बहु-संवेदी अक्षमता” को अधिक उपयुक्त मानते हैं।
ऐसा इसलिए है क्योंकि यह इस बात पर ध्यान केंद्रित करता है कि मस्तिष्क कानों और आंखों से प्राप्त जानकारी को कैसे संसाधित करता है—यह केवल इंद्रियों के कार्य करने की क्षमता पर आधारित नहीं होता। इसमें स्पर्श, स्वाद या गंध जैसी अन्य इंद्रियाँ भी प्रभावित हो सकती हैं।
बधिरांधता के क्या कारण है?
जन्मजात बधिरांधता और अधिग्रहित बधिरांधता के कई कारण हो सकते हैं।
जन्मजात बधिरांधता के कारण
जन्मजात बधिरांधता निम्न कारणों से हो सकती है:
- समय से पूर्व जन्म से जुड़ी समस्याएं – अर्थात गर्भावस्था के 37 सप्ताह से पहले जन्म होना।
- गर्भ में शिशु को होने वाले संक्रमण, जैसे रूबेला (जर्मन खसरा), टोक्सोप्लाज़मोसिस या साइटोमेगालोवायरस (CMV)
- गर्भावस्था और प्रसव के दौरान चिकित्सीय जटिलताएं – जिनमें कुपोषण और जन्म के समय हुआ शारीरिक आघात शामिल हैं।
- आनुवंशिक स्थितियाँ, जैसे कि चार्ज सिंड्रोम या डाउन सिंड्रोम ।
- प्रमस्तिष्कीय पक्षाघात (सेरेब्रल पाल्सी) – मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र से जुड़ी स्थिति, जो मुख्य रूप से गति और समन्वय को प्रभावित करती है।
- फीटल अल्कोहल सिंड्रोम – गर्भावस्था के दौरान माँ के शराब सेवन से होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं।
अधिग्रहित बधिरांधता के कारण
अधिग्रहित बधिरांधता निम्न कारणों से हो सकती है:
- बढ़ती उम्र के साथ सुनने में होने वाली असमर्थता।
- अशर सिंड्रोम – एक आनुवंशिक स्थिति जो सुनने, देखने एवं संतुलन को प्रभावित करती है।
- उम्र से संबंधित नेत्र समस्याएं, जैसे धब्बेदार अधःपतन (एज-रिलेटेड मैक्यूलर डिजनरेशन), मोतियाबिंद (कैटरैक्ट) और काला मोतिया (ग्लूकोमा)।
- मधुमेह संबंधी रेटिनोपैथी – जब उच्च रक्त शर्करा के कारण आंख की रेटिना की कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं।
- मस्तिष्क को होने वाली क्षति, जैसे मेनिन्जाइटिस, एन्सेफलाइटिस, स्ट्रोक या सिर में गंभीर चोट के कारण।
- सेरेब्रल मलेरिया – मस्तिष्क को प्रभावित करने वाला गभीर मलेरिया संक्रमण।
बधिरांधता के लक्षणों को पहचानना
श्रवण हानि के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
- यदि कोई व्यक्ति पीछे से बात करे तो उसकी आवाज़ न सुन पाना।
- जहाँ आप हैं, उस स्थान पर किसी के आने की आवाज़ न सुन पाने के कारण चौंक जाना।
- टेलीविज़न, रेडियो या मोबाइल फ़ोन की आवाज़ को बार-बार बढ़ाने की आवश्यकता होना।
- जब कोई आपसे बात करे तो उत्तर देने में विलंब होना।
दृष्टि हानि के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
- कम रोशनी या अत्यधिक तेज़ रोशनी में स्पष्ट रूप से देखने में कठिनाई होना।
- परिचित लोगों को पहचान न पाना, विशेषकर जब वे अचानक से आपके सामने आएं।
- वस्तुओं को खोजने और पहचानने के लिए सामान्य से अधिक स्पर्श (छू कर पहचानने) पर निर्भर रहना।
- किताब, अख़बार या मोबाइल फ़ोन को आंखों के काफ़ी पास लाकर पढ़ना, या टेलीविज़न के बहुत पास बैठना।
यदि आपको पहले से ही सुनने में समस्या या श्रवणबाधिता है, और आप सुनने की मशीन (हियरिंग एड) का उपयोग करते हैं या सांकेतिक भाषा (साइन लैंग्वेज) का प्रयोग करते हैं, तो अपनी आंखों का भी ध्यान रखें।
दृष्टि हानि के लक्षणों पर नज़र रखें और नेत्र रोग विशेषज्ञ (ऑफ्थैल्मोलॉजिस्ट) से आंखों की जांच करवाने के लिए सहायता लें। आदर्श रूप से यह जांच नियमित रूप से करवाई जानी चाहिए।
यदि आपको पहले से ही दृष्टि में कमी है, आप चश्मा पहनते हैं, चलने के लिए छड़ी का उपयोग करते हैं, या आपको ग्लूकोमा (काला मोतियाबिंद) या कैटरैक्ट (सफ़ेद मोतियाबिंद) जैसी कोई स्थिति है, तो अपनी सुनने की क्षमता का भी ध्यान रखें।
श्रवण हानि के लक्षणों पर नज़र रखें और ऑडियोलॉजिस्ट से सुनने की जांच करवाने के लिए सहायता प्राप्त करें। यह जांच भी नियमित रूप से करवाई जानी चाहिए। यदि उपरोक्त में से कोई भी लक्षण दिखाई दें, तो जल्द से जल्द अपने स्थानीय चिकित्सक या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क करें।
जितनी जल्दी बधिरांधता की पहचान हो जाती है, उतनी ही जल्दी उपचार (यदि संभव हो) या स्थिति का प्रबंधन शुरू किया जा सकता है—और इससे अधिक लाभ होने की संभावना रहती है।
यह विशेष रूप से शिशुओं और छोटे बच्चों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे बातचीत करने की कला और अन्य विकासात्मक क्षमताओं को विकसित कर रहे होते हैं।
यह जानकारी “सेंस” द्वारा प्रदान की गई है, जो ब्रिटेन स्थित एक अग्रणी विकलांगजन सहायता संस्था है। यह संस्था बधिरांधता सहित जटिल विकलांगता वाले लोगों का समर्थन करती है।
इस सामग्री को अंतर्राष्ट्रीय दर्शकों (2024) के लिए संपादित किया गया है।